भारत में बड़ी संख्या में लोग गोलगप्पे का स्वाद लेते हैं.
आप किसी भी बाजार में जाएं तो आपको गोलगप्पों के आसपास ग्राहकों की भीड़ नजर आएगी.कोरोना महामारी के दौरान जब लॉकडाउन हुआ और बाहर निकलने पर रोक लगी तो लोगों ने घर पर ही अपना पसंदीदा स्ट्रीट फूड बनाना शुरू कर दिया.लेकिन अब गोलगप्पे के बारे में कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
Golgappe /गोलगप्पे कैंसर को दावत देते ?
गोलगप्पे में कई खतरनाक तत्व पाए गए हैं, जो कैंसर का कारण बन सकते हैं।
दक्षिण भारत
खाद्य सुरक्षा विभाग के एक सर्वे में खुलासा हुआ है कि गोलगप्पे में कुछ ऐसी चीजें मिलाई जाती हैं, जो कैंसर का कारण बन सकती हैं।
सर्वेक्षण के अनुसार
सिर्फ गोलगप्पे ही नहीं बल्कि अन्य बाजारू खाद्य उत्पादों में भी कुछ ऐसी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है, जिनसे कैंसर होने का खतरा रहता है।
#गोलगप्पियां के पानी
इसमें कृत्रिम रंगों का प्रयोग किया जाता है
प्रमुख अंग्रेजी अखबारों के साथ
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि पता चला है कि शहर के कुछ बाजारों और होटलों-ढाबों में गोलगप्पे खाने से कुछ लोगों को दस्त, उल्टी और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हुईं
खाद्य सुरक्षा विभाग ने कृत्रिम रंगों का प्रयोग करने वाले होटलों और विक्रेताओं पर कार्रवाई की है। जांच के दौरान पता चला कि गोलगप्पे में इस्तेमाल होने वाले पानी में कृत्रिम रंगों का इस्तेमाल किया गया था
कई अन्य जंक फूड उत्पादों में कृत्रिम रंगों का उपयोग किया जाता है जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होते हैं। इसके बाद दक्षिण भारत के कई राज्यों में इन व्यंजनों में कृत्रिम रंगों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
यह जांच से पता चला है Golgappe /गोलगप्पे कैंसर को दावत देते ?
कि गोलगप्पे में ऐसे खतरनाक तत्व मौजूद होते हैं जो कैंसर को दावत देते हैं। साथ ही उनमें लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक रोगजनक भी पाए गए
#tartarazine,
#सूर्यास्त_पीला,
#रोडामाइन_बी
और
#चमकीला_नीला_रंग
GOLGAPPA /Pani Pori
इन्हें परोसने/बेचने वाले दुकानदार अक्सर इन्हें तैयार करते समय रंगीन और चमकीला पानी बनाने के लिए इनका उपयोग करते हैं।यह रसायन कैंसर का कारण बन सकता है या किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है।
यहाँ सवाल यह है कि #रोडामाइन_बी क्या है? और यह कितना खतरनाक है??
#रोडामाइन_बी
एक रासायनिक लाल रंग, जिसका उपयोग औद्योगिक रंग के रूप में किया जाता है। लेकिन चूंकि यह रंग प्राकृतिक रंगों से सस्ता होता है, इसलिए इसका उपयोग लाल चटनी और लाल पानी बनाने में किया जाता है।ऐसे रंगों वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने से एलर्जी हो सकती है, आंतों पर असर पड़ सकता है और यहां तक कि अस्थमा भी हो सकता है।
Golgappe /गोलगप्पे कैंसर को दावत देते ?
इसके साथ परोसे जाने वाले #हरे_पानी का रंग पुदीना और धनिया के कारण हरा होना चाहिए!
ऐसा माना जाता है कि हरे रंग का पानी बनाने के लिए पुदीना और धनिया मिलाया जाता है। लेकिन दुकानदार/हलवाई/गोलगप्पा विक्रेता पुदीना या धनिये का उपयोग करें; हरा पानी रासायनिक हरे रंग तथा अन्य रसायनों तथा मसालों के प्रयोग से ही बनाया जाता है।
अब तो बाजार में कई रंगों के गोलगप्पे भी आ गए हैं!ऐसे में गोलगप्पे खाने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है. अक्सर पानी को उबाला या फिल्टर नहीं किया जाता। पानी में बर्फ मिलाने से उसमें खतरनाक बैक्टीरिया/रोगाणु/रोगजनक पैदा हो सकते हैं।
पीलिया, लीवर के रोग, उल्टी, पेट के रोग, एलर्जी, एसिडिटी, सीने में दर्द, हृदय गति का बढ़ना और भी कई प्रकार की बीमारियाँ!
के गोलगप्पे परोसने वाले दुकानदार अक्सर इसे हमें/आपको मुफ्त में बांटते हैं अगर आप गोलगप्पे खाना चाहते हैं! इसलिए सावधानियां बरतते हुए घर पर ही गोलगप्पे बनाएं और खाएं।उनका स्वाद भी कभी-कभी थोड़ा-सा ही होता है।
अगर हम जरूरत से ज्यादा खाएंगे तो घर में बने गोलगप्पे भी नुकसान पहुंचाएंगे।
इसलिए संयम का प्रयोग करें।
डॉ. हरगुरपरताप सिंह
एमबीबीएस. एमएस। एमआईएमए।
#गहरा_अस्पताल_एवं_जहर_उपचार_केंद्र
निहाल सिंह वाला
जिला मोगा
पंजाब
9814916171